बिलासपुर- मंगलवार को राजेन्द्र नगर चौक के पास भीड़ भरे दुर्गा पंडाल में पता नही कंहा लाट साहब थे गाड़ी में परिवार लदा हुआ था । गाड़ी जैसे दुर्गा पंडाल में आई थोड़ी भीड़ थी बहुत ज्यादा ट्रैफिक नही था लेकिन ड्राइवर ने हूटर बजाना शुरू किया और बजाते रहा लोगो एसडीएम की गाड़ी और ड्राइवर को घूरने लगे लेकिन इसका असर नही हुआ और बजाते ही रहा। लोग हलाकान होते रहे।ये सब केवल राजेन्द्र दुर्गा पंडाल के पास ही नही हुआ बल्कि सत्यम चौक में जल रेड सिग्नल पर लोग खड़े थे तभी ये एसडीएम की गाड़ी जबरन सायरन बजाते लोगो को हलाकान करते दिखी यंहा भी लोग ड्राईवर को घर रहे थे लेकिन एसडीएम का ड्राइवर सायरन बजाते रहा।एसडीएम की गाड़ी ने यही हरकत अग्रसेन चौक पर भी की इसके बाद तेलीपारा के दुर्गा पंडाल में भी एसडीएम के ड्राइवर ने भीड़ भरे इलाके में सायरन जबरन लोगो को परेशान किया। गाड़ी आगे सायरन बजाते फिरने वाले एसडीएम की पहचान आम लोग कर नही सके लेकिन गाड़ी एसडीएम की गाड़ी की फ़ोटो और नंबर जरूर सामने आया cg02 2690 था। सवाल ये है कि भीड़ भरे इलाके आखिर एसडीएम की गाड़ी को सायरन बजाने की क्या जरूरत थी।दुर्गा देखेने निकले थे तो आम लोगो की तरह निकलना रौब मारने की क्या जरूरत थी। लोग से तकलीफ थी तो एक जिला प्रशासन को फरमान जारी कर लोगो के बाहर निकले पर प्रतिबंध लगा देना था ।ताकि महासय को परेशानी नही होता और लोगो को भी परेशान नही होना पड़ता।अफसरसाही का ये नमूना चर्चा का विषय बन गया।लेकिन किसी ने बोलने की हिम्मत नही की,इस का एक कारण ये भी है कि लोगो परिवार के साथ अपने दुपहिया वाहन में निकले थे भला दुपहिया वाहन सवार जो परिवार के साथ निकला है ।वो घटिया हरकत के चलते अपना मजा किरकिरा नही करना चाहता था। हां परेशान आम लोगो के होंठ हिलते जरूर दिखे अब ये नही बता सकते कि किसने क्या कहा क्योकि हम वो नही कर सकते जो उन्होंने किया भगवान इस एसडीएम के ड्राइवर ,और एसडीएम दोनो को बुद्धि और जिल्रे के अधिकारियों को नजर जो ऐसे अशिकारी को देखे जो शासन प्रशासन की छवि खराब कर रहे है।

