*पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने ध्यानकर्षण के जरिये उठाया रिजएंट की खरिदी में हुई अनियमितता का मामला*
*स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की सदन में घोषणा 660 करोड़ की रिएजेंट खरीदी की ईओडब्ल्यू करेगी जाँच*
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने ध्यानाकर्षण के जरिये सदन में सीजीएमएससी द्वारा मोक्षित कार्पोरेशन से की गई 660 करोड़ की रिएजेंट खरीदी मे हो रही अनियमितता का मामला उठाया और जल्द ही इस मामले पर कार्यवाही कर दोषियों को सजा दिलाने की मांग की। उन्होंने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि इस बात को महालेखाकार ने भी स्वीकार किया है कि 660 करोड़ रू से अधिक दवाईयों की खरिदी में अनियमितता हुई है । श्री कौशिक ने बताया कि ध्यानकर्षण के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सभी बातों को स्वीकार किया और सभी तथ्य को सही बताया गया।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मोक्षित कंपनी के द्वारा 15 दिन के अंदर में आनन फानन में बिना डिमांड के सप्लाई की गयी, जहां आवश्यकता नहीं थी वहां भी स्वास्थ्य केंन्द्रों में दवाइयां भेजा गयी और दवाईंया सभी बेकार हो गए, कुछ दवाईयों को वापस मंगाया गया इन सारे प्रकरण के लिये पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कौशिक द्वारा जांच की मांग की गयी जिसमें स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल द्वारा ई.ओ.डब्लयू द्वारा जांच कराने का सदन के अंदर घोषणा कर कहा कि कि पिछली सरकार में सुनियोजित रूप से भ्रष्टाचार हुआ. बिना जरूरी, बिना डिमांड के रिएजेंट सप्लाई की गई. 28 करोड़ की रिएजेंट खराब हो चुकी है, और भी खराब होने की आशंका है। उन्होंने इस मामले पर जल्द से जल्द कार्यवाही कराने कि घोषणा की जिसके लिये कौशिक ने. कहा कि
पूर्ववर्ती सरकार के संरक्षण में मोक्षित कार्पोरेशन ने बाजार दर से कहीं ज्यादा कीमत पर रिएजेंट की सप्लाई कर कांग्रेस ने एवं कंपनी ने बड़ा मुनाफा कमाया है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने पूरे छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार आतंक मचा रखा था। किन्तु भाजपा के शासन में स्वास्थ्य मंत्री ने जो सही तथ्य को स्वीकार किया है इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा जिस प्रकार से अनियमितता की जा रही है उस पर अंकुश लगेगी और निश्चित रूप से इसका एक बड़ा परिणाम सभी के सामने दिखाई देगा।