बिलासपुर, भाजपा में चहेतो को पद पर बनाए रखने के लिए पार्टी संविधान का पालन नहीं होता , जिले का तीन साल का पद छह छह साल हो जाता है , ऐसे में नीचे का कार्यकर्ता कब ऊपर आएगा, ऐसे चलेगा तो झंडा उठाने वाले कार्यकर्ता का जीवन ही खत्म है उसको मौका ही नहीं मिलेगा , यही हो भी रहा है कार्यकर्ता की उम्र निकल रही है , अब बीजेपी , 35और 45का पदाधिकारी खोज रही है अगर सही तरीके से पार्टी के संविधान का पालन होता तो कई कार्यकर्ता अभी विधायक होते,नियम से चलने का दावा करने वाली पार्टी अपने ही पार्टी संविधान का पालन नहीं कर पा रही है , कार्यकर्ता की चिंता अच्छे से करते तो अभी सदस्य के लिए अभियान नहीं चलाना पड़ता , कार्यकर्ता की अपनी समस्या है उसके लिए कोई जनदर्शन मंत्री और पदाधिकारी नहीं करते, सदस्य बनाने के लिए पांच ले रहे है हर कार्यकर्ता की क्षमता नहीं है कि वो पांच सौ सदस्यता अभियान का दे। सके , पांच सौ लेकर दीप कमल पत्रिका देने का वादा किया जाता लेकिन आज तक किसी कार्यकर्ता को दीप कमल पत्रिका नहीं मिली , कुछ बड़े नेताओं के पास जरूर पहुंचती होगी जो इसको पढ़ते नहीं है जो छोटे कार्यकर्ता पढ़ते है उनके पास पहुंचती नहीं, प्रदेश से लेकर जिले तक कार्यकर्ता की सुनवाई के लिए बीजेपी में।कोई जनदर्शन मंत्री और पदाधिकारी नहीं करते , महामंत्री रामू रोहड़ा ने कहा जरूर कि कार्यकर्ता सहयोग केंद है प्रदेश में कार्यकर्ता के लिए प्रदेश कार्यालय में। मंत्री बैठते है लेकिन ये बात कार्यकर्ताओं को नहीं पता दरअसल ये जानकारी राष्ट्रीय स्तर के संगठन और नेताओं को नहीं है ,या फिर वो जानकर भी इस झंझट में। नहीं पड़ना चाहते , अभी अमित शाह के परिवर्तन से कार्यकर्ता कुछ राहत महसूस कर रहे है, अगर अमित शाह के हिसाब से पार्टी चली तो आगे कार्यकर्ता की लाटरी जरूर खुलेगी,