*सांसद बृजमोहन ने छत्तीसगढ़ में बाढ़ नियंत्रण और जल प्रबंधन पर लोकसभा में उठाई आवाज
बिलासपुर रायपुर नई दिल्ली,
छत्तीसगढ़ में बाढ़ नियंत्रण और जल प्रबंधन की दिशा में ठोस कदम उठाने के लिए लोकसभा में रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने प्रभावी आवाज उठाई। श्री अग्रवाल ने जल शक्ति मंत्री से प्रश्न के माध्यम से राज्य में चल रही बाढ़ नियंत्रण और जल प्रबंधन परियोजनाओं की जानकारी मांगी।
जिसपर जल शक्ति राज्य मंत्री राज भूषण चौधरी ने बताया कि,
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (पीएमकेएसवाई-एआईबीपी) और पारी-पासू कमान क्षेत्र विकास के अंतर्गत छतीसगढ़ की तीन परियोजनाओं को शामिल किया गया है। दो परियोजनाओं नामत मनियारी टैंक परियोजना और खारुंग परियोजना के एआईबीपी घटक का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि केली परियोजना चल रही है। पीएमकेएसवाई-एआईबीपी के अंतर्गत वर्ष 2016-17 से वर्ष 2023-24 के दौरान छत्तीसगढ़ को 49.62 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। इसके अलावा केली सिंचाई परियोजना को 40.633 करोड़ रुपए, मनियारी टैंक को 43.57 करोड रुपये और वर्ष 2016 से पहले (वर्ष 2008-09 से वर्ष 2015-16 के दौरान) खारंग परियोजना को 10.47 करोड़ रुपये प्रदान किए गए है।
सभी तीनों परियोजनाओं के कमान क्षेत्र विकास-जल प्रबंधन (सीएडीडब्ल्यूएम) घटक नामतः मनियारी टैंक परियोजना, खारुंग परियोजना और केली परियोजना चल रहे हैं और वर्ष 2016-17 से वर्ष 2023-24 के दौरान छत्तीसगढ़ को 28.58 करोड़ रुपये प्रदान किए गए है।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसानों और नागरिकों के लिए जल प्रबंधन और बाढ़ नियंत्रण अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही सहायता का आभार व्यक्त करते हुए इन परियोजनाओं को समयबद्ध रूप से पूरा करने पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने राज्य में अन्य प्रभावित क्षेत्रों को शामिल कर नई योजनाओं की आवश्यकता पर बल दिया।