बिलासपुर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव श्री धनंजय देवांगन ने सभी काॅलेजों के प्राचार्यों की बैठक मंथन सभाकक्ष में ली। उन्होंने प्राचार्यों से कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें।
बैठक में उच्च शिक्षा सचिव ने समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में विद्यार्थियों के लिए संचालित ऑनलाईन क्लासेस की मॉनिटरिंग का प्राथमिक दायित्व कॉलेज के प्राचार्यों का है। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने प्राचार्यों को ऑनलाईन क्लासेस अनिवार्य रूप से महाविद्यालय से ही संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्राचार्यों को ऑनलाईन क्लास की गुणवत्ता एवं निरंतरता पर निगरानी के लिए समय-समय पर ऑनलाईन क्लास से जुड़ने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि यदि अपरिहार्य कारणों से कोई सहायक प्राध्यापक अवकाश पर है, तो उसके स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था की जानी चाहिए। उच्च शिक्षा सचिव ने सभी प्राचार्यों को अनिवार्य रूप से निर्धारित कालखण्ड के अनुसार सभी सहायक प्राध्यापकों से शत-प्रतिशत कक्षाएं लिया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सचिव ने कहा कि प्राचार्यों एवं प्रभारी प्राचार्यों को भी अनिवार्य रूप से ऑनलाईन कक्षाएं नियमित रूप से लेना चाहिए।
उच्च शिक्षा सचिव ने ऑनलाईन क्लासेस से शत-प्रतिशत विद्यार्थियों के जुड़ने के संबंध में भी हर संभव प्रयास करने की बात कही। उच्च शिक्षा सचिव ने ऑनलाईन क्लासेस की सफलता के लिए विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों से नियमित रूप से दूरभाष पर सम्पर्क कर उन्हें इसके लिए प्रेरित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में सचिव एवं आयुक्त ने संयुक्त रूप से महाविद्यालयों में अधोसंरचना के विकास के लिए विभिन्न मदों के अंतर्गत दी गई स्वीकृति एवं संचालित निर्माण एवं जीर्णोंद्धार कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों में हो रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर निरंतर निगरानी रखी जानी चाहिए।