बिलासपुर- छत्तीसगढ़ भवन में कुछ देर के लिए रुके पूर्व श्रम मंत्री भैया लाल राजवाड़े अपने पुत्र के साथ छत्तीसगढ़ भवन में रुके थोड़ा आराम किया चाय पी और निकल पड़े ।जैसे मंन्त्री कार में बैठने लगे तो सरकारी भवन के खानसामे ने चाय का बिल मांगा तो मंन्त्री ने कहा हमको भी चाय का बिल देना पड़ेगा और गरीब खानसामे पर रौब झाड़ते हुए बिना चाय का पैसा दिए कार में बैठ कर रवाना हो गए।बेचारे खानसामे को जेब से मंन्त्री के चाय का बिल भरना पड़ा गया। तीन बार सत्ता में रहने के कारण भजपाईयो को भुगतना की आदत नही रह गई है इसलिए लिये खानसामे को चाय का बिल देने के बजाय धमकाया और चलते बने ।मुफ्त खाना और छोटे कर्मचारी को धमकाना ये एक पूर्व मंत्री को शोभा नही देता। बल्कि मंन्त्री को तो खानसामे सहित पूरे स्टाफ को दीवाली का इनाम देंना था लेकिन देने की आदत रहने और ही किसी को देने के लिए हाथ उठाता है। लेकिन मुफ्त की चाय नही मिलने पर किसी गरीब खानसामे पर रौब दिखाना एकदम गलत है।