बजट प्रतिक्रिया
शैलेश पांडेय ने बजट 2021 को बताया जन विरोधी, कहा – सेल इण्डिया है इसकी थीम, सब कुछ बेच दिया
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सोमवार को पेश किए गए केंद्रीय बजट को बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि शत-प्रतिशत ‘दूरदर्शिता रहित’ बजट है, जिसकी थीम ‘सेल इंडिया’ (भारत को बेचना) है. ‘‘भारत का पहला कागज रहित बजट शत-प्रतिशत दूरदर्शिता रहित बजट भी है. इस फर्जी बजट की थीम भारत को बेचना है. उन्होंने कहा, ‘‘रेलवे: बिक गया, हवाईअड्डे: बिक गए, बंदरगाह: बिक गए, बीमा कंपनियां: बिक गईं, पीएसयू: 23 बिक गए. यह बजट जन विरोधी है. शैलेश ने कहा कि वे हमेशा झूठे वादे करते हैं. भारत के पहले पेपरलेस बजट ने सब कुछ बेच दिया है.
विधायक शैलेश पांडेय ने केंद्रीय बजट को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने इस बजट पर निराशा जाहिर करते हुये सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि इस बजट ने गरीबों और किसानों को धोखा दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि, बजट में किसानों को कुछ नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि उद्योग जगत को इस बजट से कोई लाभ होता दिखाई नहीं दे रहा है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का यह बजट बेहद निराशाजनक है, इसमें न मध्यम वर्ग के लिये कुछ है, न किसानों के लिये, न ही छात्रों-युवाओं के लिये कोई प्रावधान किया है। इस बजट को ध्यान से देखने से पता चलता है कि जो भी प्रावधान किये गये हैं, वो निजी कंपनियों को फायदा पहुँचाने वाले हैं। जिसमें प्रमुख क्षेत्रों का विनिवेश है, सरकारी अधोसंरचना का उपयोग अब निजी कंपनियाँ करेंगी
शैलेश ने कहा कि इस बजट में उन राज्यों को आगे रखा गया है जहाँ चुनाव होने वाले हैं. असम, तमिलनाडु जैसे राज्यों के लिए कई घोषणाएं की गई है, मानों चुनाव होने से पहले बजट नहीं पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र हो. इन राज्यों के लिए बड़ी सड़क परियोजनाओं की घोषणा की है. छत्तीसगढ़ के लिए बजट में कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है, छत्तीसगहर एक बार फिर से छला गया है.