बिलासपुर, पार्षदों के नाम फाइनल करने बुलाई गई बैठक दो बार के अध्यक्ष और दो बार नगर निगम की पार्षद टिकट का वितरण करने वाले नरेंद्र बोलर को बंद कमरे की मीटिंग में नहीं बुलाया गया , पिछली बार सुबोध हरितवाल की बैठक में भी अध्यक्ष विजय केशरवानी ने नाम नहीं डाला था जिसको लेकर विवाद हुआ था, नरेंद्र बोलर ने सुबोध सिंह के सामने इस पर आपत्ति की थी, जिसके बाद सुबोध सिंह ने मामले में हस्तक्षेप कर शांत कराया और नरेंद बोलर को बोलने के लिए आमंत्रित किया था, अब एक बार फिर नरेंद्र बोलर के साथ जो दो बार जिले के अध्यक्ष रहे बुलाया नहीं गया , जबकि कई पुराने लोगों को बुलाया गया था, दरअसल पीसीसी अध्यक्ष का जिला कमेटियों में कमांड ही नहीं है ,इससे कांग्रेस कमजोर हो रही है, कार्यकर्ता संतुष्ट नहीं है, लेकिन दीपक बैज इसको हैंडल नहीं कर रहे है एन चुनाव के समय कॉन्ग्रेस की इस तरह की गतिविधि से कांग्रेस मजबूत होने के बजाय कमजोर हो रही है काम करने वालों को अगर तवज्जो नहीं मिलेगी और मनमानी तरीके से पार्टी चलेगी तो कांग्रेस कमजोर होगी।