बिलासपुर, अजमेर शरीफ की दरगाह के खिलाफ लगी याचिका के खिलाफ हजारों मुस्लिम मौन जुलूस केरूप में निकले , अंबेडकर प्रतिमा से मौन रैली निकाल कर समाज के मौलाना, इमाम, सहित समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे , जिला प्रशासन को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा ज्ञापन में कहा गया है कि १९११के नियमों के तहत , पूजे जाने वाले धार्मिक स्थल को परिवर्तित नहीं किया जा सकता , अजमेर शरीफ लाखों लोगों की आस्था का प्रतीक है , इसे बदला नहीं जा सकता , इसके खिलाफ याचिका से लाखों चाहने वालों को ठेस पहुंची है, हाथ में तख्ती लिए समाज के मौलाना , इमाम युवा , बच्चे बुजुर्ग सभी आक्रोश मौन रैली में शामिल हुए , समाज के मोहम्मद आसिफ ने कहा कि , धार्मिक स्थल को लेकर १९११ का कानून है फिर भी लोअर कोर्ट ने नोटिस दे दिया,क्या नियम कानून में कमी है या सरकार की नियत खराब है,या विदेशी साजिश है जैसा बंगला देश में सरकार गिरा दी गई, मणिपुर का अभी तक कोई हल नहीं निकला है इसमें या तो विदेशी साजिश है या सरकार की नियत खराब है पूरे मामले की सीरियसली जांच होनी चाहिए, आखिर कौन महंगे वकील कर लेता है और वो वकील लोअर कोर्ट लड़ने आ जाता है कौन इतनी बड़ी रकम दे रहा है इसकी जांच होनी चाहिए। मुस्लिम समाज को भीम आर्मी ने भी अपना समर्थन दिया, मुस्लिम समाज ने भीम आर्मी की मांग का समर्थन किया।