बिलासपुर, राम राम जपना निगम का माल अपना , यही हाल है , सीएम और डिप्टी सीएम जिस रामसेतु का उदघाटन किया वो दूसरा है और जिस रामसेतु सेतु के लिए नगर निगम कमिश्नर ने राशि जारी की थी वो दूसरा है , पुराने पुल को रामसेतु बना कर उसमें नगर निगम ने खर्च पांच खर्च कर दिए रंग रोगन ,दो चार रामायण की चौपाई। लिखवाई बैनर पोस्टर लगाया पांच लाख अंदर , निगम कमिश्नर ने भी इसमें चुप्पी साध रखी है , जैसे ही रामसेतु के दूसरे उदघाटन की बात सामने आई तो पुराने पुल के रामसेतु के बैनर पोस्टर को हटा दिया गया, सीएम को और डिप्टी सीएम को पता न चले इसलिए ये काला पीला नगर निगम ने अधिकारियों ने मिल कर किया , नगर निगम के आयुक्त अधिकारी ने किसे धोखा दिया ये जांच का विषय है सीधे साधे सीएम और डिप्टी सीएम छुपाकर सब काला पीला कर दिया गया , डिप्टी सीएम और नगरी प्रशासन मंत्री यहीं रहते है लेकिन नगर निगम के अधिकारी और भाजपा पार्षद ने इतनी सफाई से काम किया कि डिप्टी सीएम साव को पता नहीं चला, अब ये सब सीएम को पता चलेगा तो क्या मेसेज जाएगा ये नेता और अधिकारी समझ सकते है , कही ये सब डिप्टी सीएम की छवि खराब करने का मायाजाल तो नहीं है, लेकिन राम बीके नाम पर घोटाला हो गयाऐसे नेताओं के कारण पार्टी की छवि खराब हो रही है सीएम और डिप्टी सीएम को ऐसे नेता के बारे में सोचना चाहिए, पूरा मामला एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया।