बिलासपुर- कोरोनकाल काल मे मृतकों की संख्या में इजाफा हो रहा है शमशान घाट में में व्यवस्था के लिए भी जूझना पड़ रहा है इसी सब को देखते हुए कलेक्टर साराँश मित्तर और महापौर रामशरण यादव ने एसईसीएल को पत्र लिखा था ।पत्र लिखकर तीन शमशान घाट भारती नगर,मुक्तिधाम, एयर मधुबन, में विधुत शवदाह गृह लगाने के लिए डेढ़ करोड़की मांग की थी। जिसकी स्वीकृति एसईसीएल ने दे दी है और डेढ़ करोड़ रूपये एसईसीएल द्वारा जारी किया गया है एसईसीएल के शानिचद्र द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया कहा गया है कि बिलासपुर शहर में विद्युत शवदाह गृह की मांग को एसईसीएल सीएसआर मद से स्वीकृति स्थानीय जन प्रतिनिधियों , द्वारा बिलासपुर शहर में विद्युत शवदाह गृह की लगातार मांग की जा रही थी । इस संबंध में जिला प्रशासन के अनुरोध पर एसईसीएल प्रबंधन ने उक्त कार्य के लिए सीएसआर मद से स्वीकृति प्रदान कर दी है । एसईसीएल इस हेतु जिला प्रशासन बिलासपुर को 149.71 लाख रूपये की सहायता राशि प्रदान करेगा । ये दो विद्युत शवदाह गृह बिलासपुर शहर के सरकण्डा एवं भारतीय नगर अवस्थित पारंपरिक मुक्तिधाम में स्थापित किए जायेंगे । एसईसीएल द्वारा दी गयी स्वीकृति में इलेक्ट्रिक क्रिमेटोरियम सिस्टम के साथ प्रदूषण नियंत्रण सिस्टम , अवशेष निष्कासन सिस्टम , विद्युतयंत्रों जैसे ट्रान्सफार्मर , पोल आदि की व्यवस्था तथा इससे जुड़े सिविल कार्य एवं पाँच वर्षों के लिए संचालन एवं अनुरक्षण का कार्य शामिल है । विदित हो कि हालिया समय में पर्यावरण हितैषी तकनीक के रूप में विद्युत शवदाहगृहों का चलन बढ़ा है तथा कोविड संक्रमगण के काल में इसका प्रयोजन सहूलियत प्रदान करता है ।

