बिलासपुर- कोटा वन परिक्षेत्र बफर जोन में बायसन की तीन दिन पहले मौत हो गई ।तीन बाद वन विभाग जागा ।जंगल से गायब रहने वाले वन अफसरों और अमले को किसी ग्रामीण ने बताया कि बायसन मरा पड़ा है चौथे दिन वन अमला मृत बायसन की बॉडी को लेकर साक्रिय हुआ।निष्क्रिय और लापरवाह वन मंत्रालय और वन अमले के कारण बेजुबान बायसन 14 साल में मर गया। जबकि वन विभागके रिटायर्ड होने के बाद भी अफसर फुर्ती से काम कर रहे है ।अब ये नही बता पाएंगे कि उनकी फुर्ती का राज क्या है।वह अमले की लापरवाही से वन मंत्री छवि लगातार खराब हो रही हैलेकिन क्या करें अफसर के आगे वन मंत्री कमजोर साबित हो रहे है।सरकारी बयान के मुताबिक बायसन बूढ़ा हो गया था ।इसलिए उसकी मौत हो गई।वन मंत्री और वन विभाग की इसमे बड़ी लापरवाही ये है कि बिना कोरोना टेस्ट कराए मृत बायसन का अंतिम संस्कार कर दिया गया ।उससे भी गंभीर बात ये है कि इतने गंभीर मामले में किसी अधिकारी पर वन मंत्री ने कोई कार्यवाई नही की ।मतलब अगर कोई बेजुबान है तो उसको न्याय नही मिलेगा , कोरोना को लेकर वन मंत्री जबकि बेहद सावधानी बरतें है ,लोगो से मिलते नही है ,बंगले के बाहर लोग मायूस हो कर लौट जाते है,कोरोना केकारण ही वन मंत्री फोन तक नही उठाते।
