बिलासपुर- कैसे घिनौने बेटे है। जिसने उनको अपनी कोख से जन्म दिया पाला पोसा,लेकिन चांद सिक्कों के लिए रोज उसकी इज्जत लूट रहे है ,सिक्को की खनक ने अरपा के नाम अपनी दुकानदारी करने वालो के कान बंद कर दिया है। माँ अरपा को भी नही पता था जिन बेटो को वो जन्म दे रही है वो ही कल उसकी इज्ज़त लूट लेंगे । इस सब के बाद भी माँ अरपा का दिल देखिए कि उसका कालेज छलनी करने वालो को पाल रही है । बेटे के बेटे को भी पाल रही है ।अरपा के ठेकेदार जो अरपा के नाम पर अपनी स्थाई दुकानदारी चलाते वो भी माँ अरपा की इज्ज़त लूटने वालो के साथ खड़े है । माँ अरपा भले ही बोल नही पा रही है उसके कराहने की आवाज हल पल आ रही है लेकिन पैसे की हवस ने माँ के कराहने की आवाज को धीमा कर दिया है। ऐसा नही है केवल बेटे ही जिम्मेदार माँ अरपा इज्जत लूटने के गुनहगार नही है ।उसके जन्म स्थान से लेकर उसके अंतिम छोर में उसकी कृपा से जीवन पाने वाला हर शख्स जिम्मेदार है। जागें वरना ऊपर और आने वाली पीढ़ी दोनो माफ नही करेगी ,फिर न कहना कलयुग आ गया है।
