बिलासपुर. सत्ता जाने का असर दिख रहा है अब भाजपाई भी एक दूसरे को देख लेने की धमकी दे रहे है।दीनदयाल गार्डन में जयंती कार्यक्रम पर तीन भाजपाइयों के बीच जमकर धक्का मुक्की हो गई। बात आगे बढ़ता देख बाकी भाजपाइयों ने मामला शांत कराया घटना के वक्त मौजूद सांसद अरुण साव ने भी तीनो नेताओं को शांत रहने के लिए कहा तब जाकर मामला शांत हुआ नही तो गार्डन में कुश्ती तय थी एक कार्यकर्ता ने बताया कि बाकी कार्यकर्ता दीनदयाल को छोड़ कर माला हाथ मे लेकर खड़े हो गए थे कह रहे थे अब इसमें से जो जीतेगा उसी को दीनदयाल के नाम से माला पहनायेंगे।
पंडित दीनदयाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण के लिए सभी भाजपा के नेता और कार्यकर्ता एकत्र हुए थे। बारी बारी माल्यापर्ण कर रहे थे उसी दौरान सांसद अरुण साव माल्यापर्ण के लिए आगे बढ़े साथ में राकेश तिवारी और संजय मुरारका भी जाने लगे तो भाजपा के जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत ने आगे जाने दोनों को मना करते हुए धक्का दे दिया। जवाब में राकेश तिवारी और संजय मुरारका ने धक्का दे दिया। और कहा हम अपनी जगह पर व्यस्थित खड़े हैं। और व्यस्थित तरीके से आगे जा रहे हैं आपको क्या जरुरत है रोकने की । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इसके तीनों विवाद जमकर बढ़ गया और एक दूसरे को धमकी देने लगे विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई की नौतब आ गई थी। इस दौरान दोनों स्तरहीन भाषा का प्रयोग करने लगे। इसको लेकर जमकर चर्चा रही। कुमावत की इस हरकत पर कई लोग भुनभुनाते रहे कि जिलाध्यक्ष का ऐसी ही कार्यालय में भी ऐसी बर्तात हर करते हैं। छोटे और ग्रामीण क्षेत्र के आए कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं देता है। इस घटना के बाद कई कार्यकर्ताओं ने अब पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल इसकी शिकायत करने की योजना बनाई है। कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा जिलाध्यक्ष की कार्यशैली से पूर्व मंत्री की छवि खराब हो रही है। मौके पर सांसद अरुण साव से जिलाध्यक्ष के हरकतों को लेकर शिकायत की गई है। इस मामले में जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत ने कहा कोई नहीं छोटी मोटी घटनाएं होती रहती है। कोई व्ही आईपी जा रहा है कार्यकर्ताओं को थोड़ा उनके सम्मान के लिए रोकना पड़ता है। वहीं इस मामले में राकेश तिवारी ने हम लोग खड़े हाथ माला लेकर हमको रोका तो हमने उनके हाथ झटक दिया। संजय मुरारका कहना है कि जिलाध्यक्ष की आदत को सभी जानते हैं। पार्टी का कार्यक्रम है अनुशासित होकर शामिल हुए थे। कोई उसमें हाथ पकड़कर माला पहनाने से रोके तो गुस्सा तो आएगा। जिलाध्यक्ष की आदत से पूर्व मंत्री भी वाकिफ है नई बात तो है नहीं।