बिलासपुर- बीजेपी शासन शासन में मलाई छान चुके नगर निगम के इंजीनियर अब भी मलाई छान रहे है फौजी कमिश्नर को तिकडमी इंजीनियरों का खेल समझ नही आएगा,अपने हिडन एजेंडे में काम करने वाले नगर निगम के घाघ इंजीनियरों की सेटिंग इतनी है कि रिंग रोड टू में भ्रष्टाचार करके अभी भी काम कर रहे है इन पर नगर निगम ने कोई कार्यवाई नही की है।अब ये घाघ इंजीनियर फौजी आयुक्त को भी फसाने में तुले है।, नगर निगम के पूर्व आयुक्त हनिफी की हालत किसी से छिपी नही है,नगर निगम के ये इंजीनियर लंबे समय से जुड़े है अभी भी बीजेपी नेताओं के इशारे पर काम करते है। कांग्रेसियों को अभी भी मशक्कत करनी पड़ती है।जिस श्रद्धा कंस्ट्रक्शन ने व्यपार विहार रोड ,तारामंडल का घटिया निर्माण किया ,इसने भी टेंडर डाला है, इस ठेकेदार को कलेक्टर साराँश मित्तर ने भी फटकार लगाते हुए पांच प्रतिशत की पेनाल्टी ठोकी है सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक श्रद्धा को कंस्ट्रक्शन के पेपर पूरे नही होने का फायदा रायपुर के अविनाश बिल्डकॉन को मिला और छह करोड़ का ठेका मिल गया,,जानकार बता रहे है कि ऐसे ठेका नही दिया जा सकता जब एक ही ठेकेदार क्वालीफाई किया तो रिटेंडर करना चाहिए, कूछ ठेकेदार मामले ट्रेडर प्रक्रिया को लेकर हाईकोर्ट जाने की तैयारी में है क्योंकि ठेका नियम विरुद्ध हुआ है।इधर नगर निगम के कमिश्नर अजय त्रिपाठी का कहना है कि पांच ठेकेदार आंये है दो क्वालीफाई हुए है टेंडर खोल रहे है।,अगर इसमे कोई गड़बड़ी है तो दिखवा लूंगा। टेंडर ई टेंडर था इसमे गड़बड़ी नही होती ,बिलासपुर के ठेकेदार भी शामिल हुए थे।

