बिलासपुर -रेंज के पुलिस अधीक्षकों की अपराध समीक्षा बैठक रेंज कार्यालय बिलासपुर में पुलिस महानिरीक्षक रतन लाल डांगी द्वारा ली गई । बैठक में पुलिस अधीक्षक बिलासपुर दीपक कुमार झा , पुलिस अधीक्षक रायगढ़ अभिषेक मीणा , पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल , पुलिस अधीक्षक गोरेला – पेण्ड्रा – मरवाही त्रिलोक बंसल , पुलिस अधीक्षक जांजगीर – चांपा प्रशांत ठाकुरं पुलिस अधीक्षक मुंगेली डी . आर.आचला तथा अति . पुलिस अधीक्षक रेंज कार्यालय बिलासपुर श्रीमती दीपमाला कश्यप उपस्थित रहीं । इस दौरान जिलों की अपराध एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए विभिन्न बिन्दुओं पर कार्यवाही संबंधी निर्देश दिये गये । पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इस बात पर विशेष बल दिया गया कि जिलो मे महिलाओं , बच्चों से संबंधित प्रकरणों में त्वरित कार्यवाही करें । जमीन संबंधी धोखाधड़ी की शिकायतों पर भी शीघ्रता से जांच करने कहा गया । इसी प्रकार नौकरी लगाने के नाम पर यदि लेन – देन की शिकायत प्राप्त होती है तो ऐसे मामलों में भी संबंधित के विरुद्ध धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध करने निर्देशित किया गया है । इसके साथ ही ऑनलाईन फॉड की शिकायतों पर भी सायबर सेल पर निर्भर न होकर पुलिस थानों द्वारा पीड़ित के खाते से निकाली गई राशि को वापस दिलाने हेतु त्वरित कार्यवाही कराने निर्देशित किया गया साथ ही सभी थाना स्टॉफ को प्रशिक्षण देने निर्देशित किया गया । थाना / चौकी की स्वच्छता , साफ सफाई के साथ साथ मालखानों में रखे जप्ती सामानों को व्यवस्थित रखने के साथ ही उनके शीघ्र निराकरण एवं पुराने कागजातों , नस्तियों के नियमानुसार नष्टीकरण की कार्यवाही करने कहा गया । अधिकारी / कर्मचारी के अनुशासन के दृष्टिगत जिलों में जनरल परेड नियमित आयोजित करने शासकीय सामानों के रख रखाव उनकी वर्षा पानी से सुरक्षा सुनिश्चित करने कहा गया । गंभीर अपराधों की विवेचना थाना प्रभारियों को स्वयं करने तथा थाना / चौकी में सभी विवेचकों के मध्य कार्यों का समान वितरण करने कहा गया , जिससे मामलों का शीघ्र निराकरण हो सके । राजपत्रित अधिकारियों को अपने अधिकार क्षेत्र के थाना / चौकी के दिन – प्रतिदिन के कार्यों की जानकारी रखने तथा समय – समय पर थाना / चौकी भ्रमण कर लंबित कार्यों के निराकरण एवं क्षेत्र के नागरिकों से जन संपर्क बढ़ाने संबंधी निर्देश दिये गये । पुलिस अधीक्षकों को अपने कार्यालय के सभी शाखाओं के कार्यो की समीक्षा करने एवं लंबित विभागीय जांचो , शिकायत जांचो , शासन , पुलिस मुख्यालय , वरिष्ठ कार्यालयों एवं राज्य आयोगों से प्राप्त पत्रों का समय पर निराकरण एवं जवाब भिजवाने संबंधी निर्देश दिये गये हैं । कार्यालयों एवं थानों में में लंबे समय से पदस्थ अधिकारी / कर्मचारियो को भी नियमानुसार स्थानांतरित करने , अन्य कर्मचारियों को जवाबदारी सौंपकर कार्य सीखने का अवसर देने कहा गया । विभाग के सभी अधिकारी / कर्मचारी को आबंटित सी.यू.जी. नंबर हमेशा चालू रखने तथा सूचनाओं के आदान प्रदान हेतु इस नंबर का यथोचित प्रयोग करने के संबंध में अधिनस्थों को निर्देशित करने कहा गया । जिलों के पुलिस नियंत्रण कक्ष को और अधिक सक्रिय किये जाने तथा घटित घटनाओं के त्वरित आदान – प्रदान की व्यवस्था में सुधार लाने के निर्देश दिये गये । थानों में आने वाले पीड़ितों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनने एवं उनसे लिखित आवेदन लेते हुए नियमानुसार त्वरित जांच कार्यवाही हेतु अधिनस्थों को निर्देशित किये जाने कहा गया ।

