बिलासपुर- सिपाही से बदसलूकी के मामले में ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मोती की गिरफ्तारी पर विधायक थाने पहुंच गए ।विधायक ने पुलिस को खरी खरी सुनाई ।और पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवाल उठाए।विधायक शैलेष पांडे ने कहा कि जब समझौता हो गया थ तो मामला दर्ज कैसे हुआ। कांग्रेस कार्यकर्ता कोई आतंकी नही है।वीडियो की जांच होनी चाहिए।गलती हुई है ।मैन खुद इस गलती के लिए माफी मांगी।पुलिस मोती की पत्नी की शिकायत नही सुनी।मेरा कार्यकर्ता है मैं उसके लिए कंही भी जाऊँगा।

सवाल ये भी मोती की मुखबिरी किसने की?
चर्चा इस बात की भी है है आखिर ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष के छिपने का पता पुलिस को किसने दिया , बहुत जल्द पकड़ा गया । लोगो कह रहे कांग्रेस के गुटीय राजनीति के करण ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष लपेटे में आ गया,और अब जमानत भी इसी वजह से असर पड़ेगा।क्योंकि पुलिस ने गैरजमानती धारा लगाकर मामले को पहले ही मजबूत कर लिया है ,पुलिस अपने स्टाफ के साथ है तो विधायक भी अपने समर्थक के साथ खड़े हो गए ,
