
बिलासपुर- बलरामपुर के चेरा गाँव मे खुलेआम आदिवासियों की बेहरमी से पिटाई का काम मामला सामने आया है। इसका वीडियो भी वायरल हुआ है।छत्तीसगढ़ में असिवासियो के साथ इस तरह मारपीट लगता है बलरामपुर में कानून व्यवस्था ही नही है ,अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नही हुई है। गांव के गुंडों ने राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र और विशेष पिछड़ी जनजाति के पंडो आदिवासियों को बेरहमी से पेड़ में बंध कर ,डंडे ,चप्पल ,लात घुसो से मारा गुंडों ने इन आदिवासियों का घर से अपहरण किया फिर एक फार्म हाउस में ले जाकर पेड़ बांध कर जमीन में लेते कर जैसे बन पड़ रहा था आदिवासियों की पिटाई की , बलराम में वैसे भी सुर्खियों में रहता है।इस घटना से वंहा के कलेक्टर की कार्यशैली को लेकर सवाल उठ रहे है कि आखिर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रो की पिटाई कैसे हुई क्या जिला प्रशासन उनके पास सरकार की योजना का लाभ नही पहुंचा पा रहा है। उनकी मोनिटरिंग नही कर पा रहा है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ऐसे कलेक्टर को तत्काल हटा देना चाहिए ।जो कलेक्टर सरकार की योजना का लाभ इन विशेष पिछड़ी जनजाति को नही दे पाए कंही न कंही जिला प्रशासन भी इसके लिए जिम्मेदार है। अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नही हुई है ये भी बड़ा सवाल है।घटना की जितनी निन्दा की जाए कम है तश्वीरें देखकर लगता नही ये शांत छत्तीसगढ़ की है।सर्व युवा आदिवासी समाज के अध्यक्ष सुभाष पोर्त्ते ने इस घटना की कड़ी निंदा की और पुलिस से दोषियों पर कड़ी कार्यवाई करने की मांग की है साथ ही चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने दोषियों के खिलाफ जल्द कार्यवाई नही की तो आदिवासी समाज इसके खिलाफ आंदोलन करेगा।
