आरटीआई कार्यकर्ता और काँग्रेस नेता संजीव अग्रवाल ने मीडिया के मध्यम से खुलासा करते हुए कहा है कि रायपुर में जो कि छत्तीसगढ़ की राजधानी है खाद्य विभाग के अधिकारी छोटे-छोटे होटल वालों से खुले-आम रिश्वत ले रहे हैं और उन्हें किसी भी नियम कानून की कोई चिंता नहीं है।स्वयं द्वारा किए हुए एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए संजीव अग्रवाल ने मीडिया से यह जानकारी साझा की है कि किस प्रकार से नियमों को ताक पर रखते हुए खाद्य विभाग का एक अधिकारी जिसका नाम बिजेंद्र भारती है खुले-आम रिश्वत ले रहा है और भविष्य में भी इसी प्रकार से रिश्वत के बदले सहयोग करने का आश्वासन दे रहा है। अब यह बात सोचनीय है कि अगर प्रदेश की राजधानी में यह हाल है तो प्रदेश के अन्य शहरों में और ग्रामीण क्षेत्रों में क्या हाल होगा?
संजीव अग्रवाल ने बताया कि इस स्टिंग ऑपरेशन के पीछे उनका रिश्वतखोरी का पर्दाफ़ाश करना था जिसकी शिकायत उन्होंने खाद्य विभाग के उच्च अधिकारी से की है तथा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से भी मांग की है कि ऐसे अधिकारियों पर नकेल कसने के लिए एक विभाग बनाया जाए और इन्हें तत्काल रुप से सस्पेंड किया जाए ताकि भविष्य में कोई अधिकारी चाहे वह किसी विभाग का हो ऐसा कृत्य करने से बचे।