पण्डित सुदरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़, बिलासपुर का षष्ठम दीक्षान्त समारोह दिनांक 06/07/2024 को सुबह दस बजे आयोजित होगा दीक्षांत समारोह को लेकर कुलपति वंश गोपाल सिंह ने प्रैस वार्ता में जानकारी
समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल एवं कुलाधिपति विश्वभूषण हरिचंदन करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अति विशिष्ट अतिथि होंगे एवं अपना आशीर्वचन प्रदान करेंगे। दीक्षान्त समारोह वक्ता सुरेश (मैया जी) जोशी होंगे। केन्द्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू , उप मुख्यमंत्री अरूण साव अमर अग्रवाल , धरमलाल कौशिक धरमजीत सिंह , शुशांत शुक्ला , अटल श्रीवास्तव दिलीप लहरिया विशिष्ट अतिथि होंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बंश गोपाल सिंह विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे।
समारोह में सत्र जनवरी दिसम्बर 2020, सत्र जुलाई-जून 2021, सत्र जनवरी- दिसम्बर 2021, सत्र जुलाई जून 2022, सत्र जनवरी- दिसम्बर 2022, सत्र जुलाई- जून 2023 के विभिन्न संकायों में प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कुल 98 विद्यार्थियों को 159 स्वर्ण पदक दिए जाएंगे, जिनमें 13 दानदाताओं द्वारा प्रदत्त स्मृति स्वर्ण पदक भी शामिल है। एक विद्यार्थी डेमेश्वरी भारद्वाज को वर्ष 2021 के लिए 04 गोल्ड मेडल तथा इनमें 15 विद्यार्थियों को 03-03 गोल्ड मेडल, 27 विद्यार्थियों को 02-02 गोल्ड मेडल शेष को 01-01 गोल्ड मेडल प्रदान किया जायेगा। इसके साथ ही 02 मानद एवं 14 पी-एच.डी. (विद्या वाचस्पति) उपाधि कुल 16 उपाधि भी दिये जाएंगे।
थैला
विश्वविद्यालय के परीक्षा सत्र जनवरी दिसम्बर 2020 में 2,635 विद्यार्थी सत्र जुलाई- जून 2021 में 13,226 विद्यार्थी, सत्र जनवरी-दिसम्बर 2021 में 3,290 विद्यार्थी, सत्र जुलाई- जून 2022 में 24,950 विद्यार्थी, सत्र जनवरी- दिसम्बर 2022 में 4,622 विद्यार्थी, सत्र जुलाई- जून 2023 में 10,306 विद्यार्थी कुल 59,029 विद्यार्थियों ने विभिन्न संकायों में स्नातक, स्नातकोत्तर, पी.जी. पत्रोपाधि, डिप्लोमा पत्रोपाधि तथा सार्टिफिकेट परीक्षा उत्तीर्ण किए हैं।
5/07/2024 को प्रातः 02:00 बजे दीक्षान्त समारोह का रिहर्सल होगा। जिसमें मानद उपाधि, पी-एच.डी. उपाधि तथा गोल्ड मेडल पाने वाले विद्यार्थी सम्मिलित होंगे।
दीक्षांत समारोह आयोजन के लिए वाटरप्रूफ डोम विश्वविद्यालय परिसर में तैयार किया जा रहा है।
कुलपति सिंह ने बताया कि युनिवर्सिटी में रोजगरमुलक पाठ्यक्रम के माध्यम से छातीसगढ़ के युवाओं शिक्षित करने का प्रयास है सिलेबस तैयार होते ही कई नए पाठ्यक्रम शुरु होगें तकनीकी शिक्षा की ओर भी युनिवर्सिटी पहल कर रही है।