बिलासपु…भाजपा के नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी ने अतिरिक्त प्रस्ताव लाया राम मंदिर बनाने के लिए लाया और ये सभी की मौजूदगी में पास हो गय, न्यायपालिक का एक सम्मान है करोड़ों लोगो की आस्था है लेकीन अगर कोई इस तरह नगर निगम बयान बाजी करे तो ये एक तरह से न्यायालय का अपमान है,आई ए अफसर के की मौजूदगी में ये प्रस्ताव पास हुआ वो भी ऐसे शब्दों के साथ मुझे लगता है हमारी आस्था के मंदिर का ये अपमान है, न्यायपालिक के लिए ,ने नगर निगम की सामान्य सभा में सब नगर पालिक निगम बिलासपुर के सभी पार्षद दल विश्वमैत्री का संदेश देने वाले, भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अयोध्या धाम में बहुप्रतिक्षित श्रीराम मंदिर के लोकार्पण एवं श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिव्य-भव्य एवं अलौकिक समारोह में समस्त भारतीयों का प्रतिनिधित्व करते हुए मुख्य यजमान एवं मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने पर हार्दिक अभिनन्दन करते हुए असीम गर्व, गौरव एवं आनंद की अनुभूति कर रहे है। भारतीय जनमानस की चेतना में भगवान राम और अनके आदर्श हमारे समाज और देश की कल्पना के आधार बिन्दु का मूर्त रूप है, पूर्व से पश्चिम तक और उत्तर से दक्षिण तक प्राचीन काल से आधुनिक काल तक, वेदों से लेकर वाल्मीकी, कंबल और तुलसीदास तक और शहरों से लेकर गांव तक, भारतीय सभ्यता और समाज को कोई एकसूत्र में बांध सकता है तो वो हम सब के आराध्य प्रभु श्रीराम जी हैं। हमारे श्री राम, समाज और राष्ट्र के मौलिक आदर्शों की पराकाष्ठा हैं, जिसे हमने अपने पूर्वजों एवं परंपरा से प्राप्त किया है, किन्तु सैकड़ों वर्षों की पराधीनता और संघर्ष के कालखंड । के कारण भारतीय समाज, आयोध्या धाम में श्री राम मंदिर और हमारी सामूहिक चेतना पर जो प्रहार हुआ और जिसका न्यायिक और सामाजिक रूप में हिन्दू समाज ने कई वर्षों तक लड़ाई लड़ी वो हम सभी की स्मृति में अभी भी स्पष्ट रूप से अंकित है। अनेक राजनीतिक दलों की तुष्टीकरण नीति और शासन की उदासीनता ने श्री राम मंदिर निर्माण में कई वर्षों तक बाधा के रूप में कार्य किया, जिस कारण से समाज में ऐसा प्रतीत होता था की इस जीवन काल में श्री राम मंदिर निर्माण को देख पाना असंभव है और इसी विचार और प्रतीक्षा में हमारे हिन्दुओं की पीढियों ने अपने प्राण त्याग दिए। हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने राजनीतिक दिनों के प्रारंभ में भी भारतीय जनता पार्टी की उस प्रतिज्ञा को सदैव याद रखा जिसमें अयोध्या धाम में श्री राम मंदिर के भव्य निर्माण का सपना हिन्दू समाज कई सौ वर्षों से देख रहा था। राजनीतिक प्रपंच और न्यायालयीन उदासीनता को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संवैधानिक तरीके से तय समय में पूर्ण करा दिया और 5 अगस्त 2020 को श्री राममंदिर का भूमि पूजन किया जिससे करोड़ो भारतवासियों का दिव्य स्वप्न पूर्ण हुआ और भारत में आध्यात्मिक और साकृतिक शक्ति का पुनः संचार संभव हो पाया । 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भव्य श्री राममंदिर और भगवान श्रीमलहलला के प्राण-प्रतिष्ठा के दिव्य क्षणों को संपूर्ण भारत तथा द्वारा भर देखा और संवेदनापूर्वक श्री रामप आता के दिव्य दर्शन असंख्य भारतीयों को हो पाए जिसके लिए सिमस्त हिन्दू समाज और सम्पूर्ण रतीय समाज आने वाली अनगिनत पीढियां हमारे यशे पाए जिसके लिए समस्त हिनदेव कृतज्ञ रहेगी। भारतीय आगंज और जीवन दर्शन को अपने काम और स्वी प्रधानमंत्री के लिए सदैव में मस्तक ऊँचा करके गोरे बदने की राह प्रशस्त करने वाले भी अथक प्रयास से स्थापना को मूर्तरूप देकर रामराज्य की भारतीय परिकल्पना को यथार्थरूप में परिलक्षित करने वाले हम सभी के प्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी समस्त पार्षद दल की ओर से प्रभु श्री राममंदिर स्थापना के पुनीत कृत्य को सफल बनाने और देश में हिन्दू स्वाभिमान को पुनः स्थापित करने के लिए अनेकोनेक धन्यवाद, हम सदैव आपके कृतज्ञ रहेंगे।