बिलासपुर- पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की सोच दूरदर्शी थी ।अजित जोगी ने अपने कार्यकाल में गांवों में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए तीन साल पैरा मेडिकल डॉक्टरी कोर्स की शुरुवात की थी। ग्रामीण इलाकों में डॉक्टरों की कमी और शहर में सफेदपोश डॉक्टरों की लूटखसोट को रोकने छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ सुविधा को बेहतर बनाने के लिए अच्छा तरीका निकाला था लेकिन तीन साल के डॉक्टर का कोर्स शुरू करके बेसिक इलाज को तरजीह दी थी ।लेकिन कम पढ़े लिखे और नासमझ बीजेपी के नेताओं ने व्यपारी डॉक्टरों के कहने पर इसको बंद कर दिया आज यही व्यपारी डॉक्टर नर्सिंग स्टाफ की का घड़ियाली आंसू बहा रहे है। जबकि आज कोरोनाकाल मे वही तीन साल का पैरामेडिकल स्टाफ लोगो की जान बचा रहा है ,भूपेश सरकार को इस कोर्स को शुरू करने पर विचार करना चाहिए ।अगर इसमें कुछ सुधार करना पड़े तो करना चाहिए ।अपने सलाहकार रुचि गर्ग से मशवरा करके इस पर काम करने की जरूरत है मुझे लगता है ,उनके सलाहकार रुचिर गर्ग भी इससे सहमत होंगे।