बिलासपुर- कभी एमपी की शराब , कभी महुआ और अब सरकारी शराब दुकान में सरकारी सील तोड़कर शराब मिलाने का वीडियो वायरल हो रहा है ,सरकारी शराब दुकान का सुपरवाइजर आराम से सरकारी सील तोड़ कर पानी मिला रहा है , ये सरासर ग्राहक से धोखा है उपभोक्ता से पूरी रकम लेकर मिलावटी शराब देना उपभोक्ता संरक्षण के खिलाफ है, ग्राहक अपने मेहनत की कमाई ईमानदारी से देता है उसका हक है उसको सही और गुणवत्ता वाली शराब मिलना चाहिए।आबकारी विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए ये राजस्व का नुकसान के साथ सरकार की छवि खराब कर रहा है,मदिरा प्रेमियों के साथ धोखा है ,जब ग्राहक ईमानदारी से पैसा दे रहा है तो उसे मिलावटी शराब क्यो? शायद इसीलिए एमपी की शराब बहुत खप रही है ।मामले को गंभीरता से लेते हुए बड़े राजस्व के विभाग को इसको देखना चाहिए, अगर सरकारी दुकान में ही मिलावटी शराब मिलेगी तो उपभोक्ता कंहा जाएगा, सरकारी दुकान का सुपरवाइजर शराब में पानी मिलाता है और ये आबकारी विभाग के अधिकारियों को पता नही आश्चर्य है।