नसबंदीकांड के दोषियों सजा मिली की नही?विधायक शैलेष पांडे ने सदन में उठाया मामला।

बिलासपुर जिले अंतर्गत ग्राम पेण्डारी में आयोजित नसबंदी शिविर 2. ( क्र . 174 ) श्री शैलेश पाण्डे : क्या पंचायत मंत्री महोदय यह बताने की कृपा करेंगे कि ( क ) बिलासपुर जिले के ग्राम पेन्डारी में नसबंदी शिविर कब लगाया गया था ? उक्त शिविर में नसबंदी के बाद कितने महिलाओं की मौत हुई थी ? ( ख ) मृतक महिलाओं की मृत्यु का क्या कारण था ? ( ग ) शासन द्वारा जांच में क्या पाया गया और दोषियों पर क्या कार्यवाही हुई ? पंचायत मंत्री ( श्री टी . एस . सिंहदेव ) : ( क ) बिलासपुर जिले के ग्राम पेण्डारी में नसबंदी शिविर दिनांक 08-11-2014 को लगाया गया था . उक्त शिविर में नसबंदी के बाद 12 महिलाओं की मृत्यु हुई थी . ( ख ) प्रकरण माननीय न्यायालय बिलासपुर में विचाराधीन है . कारण स्पष्ट किया जाना संभव नहीं . ( ग ) वर्तमान में प्रकरण माननीय न्यायालय बिलासपुर में विचाराधीन है . शिविर में लापरवाही बरतने के कारण डॉ . आर . के . भांगे , तत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर , डॉ . आर . के . गुप्ता , एल.टी.टी.सर्जन , जिला चिकित्सालय , बिलासपुर को सेवा से बर्खास्त किया गया एवं डॉ . प्रमोद कुमार तिवारी , खण्ड चिकित्सा अधिकारी , सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र , तखतपुर तथा डॉ . के . सी . उरावं , राज्य कार्यक्रम अधिकारी , परिवार कल्याण को निलंबित किया गया था . खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा औषधि निर्माता मेसर्स महावर फार्मा , खम्हारडीह , रायपुर ( छ.गा. ) की औषधि अनुज्ञप्ति को निरस्त किया गया . फर्म मेसर्स महावर फार्मा प्रायवेट लिमि . खम्हारडीह , रायपुर के संचालक श्री रमेश महावर एवं श्री सुमीत महावर के विरूद्ध थाना – पण्डरी रायपुर में उपरोक्त घटना के संबंध में प्रथम सूचना प्रतिवेदन क्रमांक 373/14 दर्ज किया गया एवं महावर फार्मा प्रा . लिमि . के डायरेक्टर श्री रमेश महावर , मेसर्स कविता लेबोटरीज , तिफरा बिलासपुर के भागीदार श्री राकेश खरे एवं श्री राजेश खरे विरूद्ध औषधि निरीक्षक बिलासपुर द्वारा प्रकरण माननीय जिला एवं सत्र न्यायालय , बिलासपुर , जिला बिलासपुर में औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 की धारा 17 बी ( डी ) , 18 ए { i } के अंतर्गत परिवाद प्रस्तुत किया गया है . मेसर्स महावर फार्मा , व्ही.आई.पी. रोड खम्हारडीह , रायपुर को गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस ( जीएमपी ) प्रमाण पत्र प्रदान करने वाले तत्कालीन अनुज्ञापन प्राधिकारी को निलंबित किया गया था एवं उनके खिलाफ विभागीय जांच सस्थित है तथा विलंब से अभियोजन दायर करने के लिए विभाग द्वारा सहायक औषधि नियंत्रक एवं औषधि निरीक्षक को निलंबित किया गया है ,

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