बिलासपुर-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त रेलवे सुरक्षा बल बिलासपुर ए एन सिन्हा तथा मंडल सुरक्षा आयुक्त रेलवे सुरक्षा बल बिलासपुर ऋषि कुमार शुक्ला के निर्देशन में रेलवे के संपर्क में आए महिला तथा बच्चों की सुरक्षा व संरक्षण के क्रम में चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी सफलता तब मिली ।आर.तिर्की सहायक सुरक्षा आयुक्त (यात्री सुरक्षा) को सूचना मिलो की गाडी संख्या 08477 अप से दो बालिकाओं को अन्य राज्यों में काम कराने हेतु जबरन ले जाया जा रहा है सूचना पर भास्कर सोनी पोस्ट प्रभारी रेसुब ने मातहत बल सदस्यों के साथ गाडी को अटेण्ड कर चेक किया गया लेकिन गाडी रवाना हो गई। घटना की सूचना आगे आरपीएफ पोस्ट पेण्ड्रा को दिया गया आरपीएफ पेण्ड्रारोड द्वारा अनूपपुर स्टेशन तक पूछताछ में मामला प्रथम दृष्टया मानव तस्कर से संबंधित होने की आशंका पर बालिकाओं को अनुरक्षण पार्टी बिलासपुर की मदद से गाडी संख्या 15159 सारनाथ एक्सप्रेस से बिलासपुर लाया गया जहां पुणे आरपीएफ पोस्ट बिलासपुर में बाल अधिकारी सहायक उप निरीक्षक एफ.आर.यादव द्वारा पूछताछ करने पर बालिकाओं ने अपना नाम उम्र-16 वर्ष ग्राम-खरवागढा पो. जिला-सिमडेगा (झारखण्ड) , उम्र-17 वर्ष जिला-सिमडेगा (झारखण्ड) बताया तथा यह भी बताया कि अन्तोनी लुगुन पिता-मार्टिन लुगुन उम्र-32 वर्ष पता-टुकु टोली ग्रेाम-पैतानों जिला-सिमडेगा (झारखण्ड) के द्वारा दिल्ली ले जाया जा रहा है। मामले की हकीकत के लिए रेलवे चाईल्ड लाईन बिलासपुर के काउन्सलर अल्का फाॅक को उन दोनों नाबालिग लडकियों को सुपुर्द किया गया उनके द्वारा चाईल्ड वेलफेयर कमेटी बिलासपुर सरकंडा के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहाॅ समिति द्वारा जाॅच कर मामला मानव तस्करी एवं शोषण का होना पाकर एफआईआर कराने हेतु आदेशित किया गया। जिस पर थाना जीआरपी बिलासपुर द्वारा धारा 363 भादवि दर्ज कर किया गया तथा मामला क्षेत्राधिकार पुलिस चौकी ओडगा जिला- सिमडेगा (झारखण्ड) का पाकर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई हेतु स्थानांतरण किया गया।