बिलासपुर- छत्तीसगढ़ में जिन नेताओं को जनता देखना सुनना पसंद नही करती केंद्रीय संगठन उनको जिम्मेदारी देता है जनता ऐसे नेताओ का अखबार और सोशल मीडिया में नाम तक नही देखना चाहती । जिनको देखना चाहती है वो नेता बीजेपी में दबे हुए है ,जब से मोदी अमित शाह आये है पार्टी की छवि बनी है ।जावड़ेकर और रविशंकर जैसे शुरू से कोई काम के नही थे उनकी ठीक किया तो संगठन में अभी अच्छा मेसेज गया ,इनको गर्मी इतनी थी कि कार्यकर्ता से सीधे मुह बात नही करते थे ,ऐसा कार्यकर्ता बताते रहे ।छत्तीसगढ़ बीजेपी में भी कई नेता है जो लोगो से सीधे मुह बात नही करते इनको भी पार्टी हित हटाना ही ठीक रहेगा।एक ऐसे नेतृत्व की जरूरत है जो पार्टी और कार्यकर्ताओं की पसंद हो पार्टी और मोदी शाह के काम को जनता के बीच ले जा सके।

