
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष ने ली बैठक आदिवासी समाज ने रखी अपनी बात.
*बिलासपुर कलेक्टर परिसर मंथन हॉल मे आयोजित बैठक मे आदिवासी जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठन प्रमुखो, समाज प्रमुखो, शासकीय कर्मचारी प्रमुखो ने *अजजा आयोग राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य के सामने सामजिक हालातों जानकारी दी , समाज प्रमुखो, संगठन प्रमुखो, पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों ने बेबाकी के साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश एवं स्थानीय क्षेत्रों मे व्याप्त समाजिक समस्याओं, ज्वलंत मुद्दों को मजबूती के साथ – अंतर सिंह आर्य बताया गया कि – *नक्सलवाद समस्या, फर्जी मुड़भेड़, 32% आरक्षण, हसदेव मामला, पदोन्नति मे आरक्षण, पेशा क़ानून, मेशा क़ानून, वन अधिकार, 5 वीं अनुसूची, स्थानीय आरक्षण, आदिवासी जमीन खरीद फरोख्त, फर्जी जाति प्रमाण पत्र, 42 जनजातियों के आरक्षण की जटिलता, भूमि अधिग्रहण, विस्थापन, धर्मान्तरण, आदिवासी धर्म कोड, वन कटाई, आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार शोषण एवं संवैधानिक विधिक हक अधिकार* के जुड़े मुद्दे केंद्र एवं राज्य सरकारों के गतिविधियों को उजागर करते हुये समस्त समस्याओ के समुचित समाधान करने हेतु , अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष अपनी मांग रखी अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने समस्त समाज प्रमुखो, पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों को विश्वास दिलाते हुये सामाजिक समस्याओं के जल्द समाधान करने, संवैधानिक अधिकारों, जुड़े मुद्दे की रक्षा करने हेतु महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से जल्द से जल्द चर्चा कर पहल करने हेतु आश्वासन देकर समाज को आश्वात किया l प्रदेश के युवा अध्यक्ष सुभाष सिंह परते,ने राजौरी आदिवासियों के लिए रोजगार के लिए केंद्रीय मद से बीस हज़ार करोड़ दिलाने की मांग की कहा कि संख्या के हिसाब से नौकरी नहीं है तो कम से कम स्वरोजगार के अवसर मिले, रोजगार नहीं होने से समाज का युवा दूसरी दिशा में जा रहा है ,आरक्षण में अभी तक प्रमोशन लागू नहीं हुआ है, आयोग बजरंग बली की तरह हो गया ताकत को भूल जा रहा है।सविता साय, श्रीमती वंदना उइके, संत कुमार नेताम, रमेश चंद्र श्याम, आयुष सिंह राज, श्रीमती रंगिया प्रधान, देव सिंह पोर्ते, सुरेंद्र प्रधान, युवराज प्रधान, शिव नारायण चेचाम, भूपेंद्र मरकाम, विनोद कोसले इत्यादि प्रमुख जनों* ने एवं जिला सर्व आदिवासी समाज छ. ग., गोंडवाना गोंड़ महासभा छ. ग , अनु. ज. जा. शास. से वि. संघ छ. ग. संगठन से जुड़े हुये समस्त पदाधिकारी प्रमुखो ने , स्थानीय समाज प्रमुखो ने , जनप्रतिनिधियों ने मजबूती के साथ अपनी बात रखी बैठक की अंतिम मे सर्व आदिवासी समाज छ. ग. ने समाज के ज्वलंत मुद्दों, प्रदेश की सामाजिक समस्याओं से प्रेरित 15 सूत्रीय मांगो को लेकर कार्यवाही विषयक ज्ञापन सौंपा बैठक मे *प्रदेश, जिला एवं क्षेत्र के 300 से ज्यादा की संख्या मे* आदिवासी समाज प्रमुखगण सामजिकगण उपस्थित थे l
