अरपाकोलवाशरी का विरोध, युवाओं ने निकाला मशाल जुलूस जलाया पुतला।

*मशाल रैली, व पुतला दहन कर ग्रामीणों ने अरपा कोलवासरी का किया विरोध, 

*करण मधुकर के अगुवाई में ग्रामीणों ने कोलवासरी का पुतला दहनकर व मशाल रैली निकालकर किया विरोध*

मस्तूरी विधानसभा के ग्राम पंचायत रलिया, बेलटुकरी और भिलाई में खुल रहे अरपा कोलवासरी की आगामी 25 अगस्त को जनसुनवाई का आयोजन किया गया है। जिसको लेकर क्षेत्र के वरिष्ठ युवा नेता व समाजसेवक करण मधुकर के अगुवाई में क्षेत्र वासियों ने अरपा कोलवासरी का पुतला दहन कर विरोध जताया है।आपको बता दे की पूर्व में भी कई जनहित के मुद्दों पर करण मधुकर क्षेत्र वासियों के साथ विभिन्न चक्काजाम व आंदोलन करते आ रहे हैं।

 मधुकर ने बताया कि जयरामनगर, भनेसर, रलिया, भिलाई, बेलटूकरी, गतौरा सहित आसपास क्षेत्र में पूर्व से ही राखड़ व कोयला से भरे वाहन निरंतर क्षेत्र से होकर गुजरता है। जिससे लगातार धुल और प्रदुषण से क्षेत्रवासियों में परेशानी के साथ आक्रोश हैं। निरंतर भारी वाहनों से कई अप्रिय घटनाएं घट रही है। अतः पुनः क्षेत्र में कोलवासरी बन जाने पर ग्रामीणों का जीवन निर्वाह पूर्ण रूप से संकटमय हो जाएगा। प्रतिदिन भारी वाहनों से दुर्घटनाएं होगी, आसपास प्रभावित क्षेत्र

प्रदूषणमय हो जाएगा। जोकि बर्दाश्त कर पाना असंभव हैं। जिसके चलते वरिष्ठ युवा नेता करण मधुकर ने चेतावनी देते हुए बताया कि पूर्व में क्षेत्रवासियों के सहयोग कई जनहित के मुद्दे आंदोलन व चक्काजाम के माध्यम से आवाज व लड़ाई लड़ी हैं। पुनः हजारों की संख्या में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, किसान, युवा, ग्रामीणों के सहयोग से 25 अगस्त को अरपा कोलवासरी जनसुनवाई को असफल बनाने हेतू जमकर विरोध करेंगे।

जिसका विगुल करण मधुकर द्वारा फूंक दिया गया हैं, व स्पष्ट शब्दों में आगाह किया गया है की जब तक कोलवासरी जनसुनवाई रद्द नही हो जाती तबतक विरोध जारी रहेगा

तारतम्य मे वरिष्ठ युवा नेता करण मधुकर के अगुवाई में ग्रामों में मशाल रैली निकालकर कर अरपा कोलवासरी का पुतला दहन किया गया

जिसमें मुख्य रूप से शामिल मोहन बंजारे जयसिंग लहरे, नरेंद्र खांडे, खिलेश राय, विलास राय, आकाश मैत्री, कृष्णा मधुकर, किरण लहरे गंगा प्रसाद बंजारे, ललित तोमर, संदीप यादव, हेमंत सूर्यवंशी, रवि मधुकर, सुजीत मधुकर, दिलेनद्र मधुकर, पवन राठौर, राहुल खंडे, अभिषेक खंडे, अमर आनंद, धर्म सिंह लहरे, राकेश कुमार, धर्मेंद्र हजारी प्रसाद, पुराण अमृतलाल संडे, माखन मौर्य, नितेश साहू, इत्यादि क्षेत्रवासियों ने जनसुवाई को असफल बनाने हेतु बैठक ली। करण मधुकर ने बताया कि हमने पहले भी क्षेत्रीय मुद्दों पर आंदोलन और चक्काजाम के जरिए अपनी आवाज बुलंद की है। इस बार भी ग्रामीणों और किसानों के साथ मिलकर अपने अधिकारों की लड़ाई का विगुल मधुकर द्वारा फूंक दी गई हैं। जो 25 अगस्त के जनसुनवाई को रद्द कर एवं कोलवासरी को वापस भेजकर ही थमेगी।

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