हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी डीईओ ऑफिस का बाबू एम एफ फारूकी चपरासी से वेतन निकालने के लिए मांगा बीस हजार, एसीबी ने रंगे हाथ पकड़ा।

*रायगढ़ जिले में एसीबी की लगातार जबरदस्त 7 वीं कार्यवाही, अब जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का बाबू 10 हजार रिश्वत लेते हुए एसीबी की गिरफ्त में आया।**भ्रष्टाचार के विरुद्ध एसीबी /आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो द्वारा लगातार छेड़े जा रहे व्यापक अभियान के तारतम्य में  5.5.25 को एसीबी इकाई बिलासपुर को रायगढ़ जिले के शिक्षा विभाग के एक रिश्वतखोर बाबू को 10000रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ने में सफलता हासिल हुई।घटना का विवरण इस प्रकार है कि दिनांक . 01.5.25 को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हालाहुली जिला रायगढ़ में पदस्थ चपरासी कुशू राम केवट द्वारा एसीबी इकाई बिलासपुर में इस आशय की शिकायत की गई थी कि वह अक्टूबर 2008 से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हालाहुली जिला रायगढ़ में कलेक्टर दर पर चपरासी के पद पर पदस्थ है।उसे अक्टूबर 2014 से अप्रैल 2017 तक का वेतन करीब 2 लाख रुपए नहीं मिलने पर वह  उच्च न्यायालय बिलासपुर की शरण में गया था जो  न्यायालय द्वारा उसके वेतन का भुगतान करने का आदेश जारी किया गया था। वेतन जारी करने के लिए प्रयास करने पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाबू एम एफ फारूखी द्वारा उससे 20000 रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है जो वह अनावेदक को रिश्वत न देकर रिश्वत लेते हुए उसे रंगे हाथ पकड़वाना चाहता है।शिकायत का सत्यापन करने पर शिकायत सही पाई गई। सत्यापन के दौरान अनावेदक द्वारा प्रार्थी से 5000 रुपए ले लिया गया।शिकायत सत्यापन पर शिकायत सही पाए जाने पर ट्रैप की योजना एसीबी बिलासपुर के द्वारा तैयार की गई । आज दिनांक 5.5.25 को प्रार्थी को रिश्वत रकम की एक और किश्त 10000 रुपए देने हेतु बाबू फारूखी के पास भेजा गया जो बाबू फारूखी द्वारा रिश्वती रकम लेते ही उसे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय कैंपस रायगढ़ में एसीबी की टीम द्वारा रंगे हाथों पकड़ लिया गया जिससे आसपास हड़कंप मच गया।पकड़े गए बाबू से रिश्वत की रकम बरामद की जाकर जप्त कर एसीबी के द्वारा उसके विरुद्ध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्यवाही की जा रही है तथा कार्यवाही उपरांत आरोपी को न्यायालय में पेश करने की कार्यवाही की जायेगी।। गौरतलब है कि एसीबी के द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों /कर्मचारियों की लगातार कार्यवाही की जा रही है । रायगढ़ जिले में लगभग 6 माह के भीतर एसीबी की लगातार यह 7 वीं कार्यवाही है। इसके पूर्व एक डिप्टी रेंजर,एक रेंजर,एक पटवारी,एक नापतौल निरीक्षक और एक स्कूल के लिपिक को रिश्वत लेते हुए एसीबी बिलासपुर द्वारा गिरफ्तार किया गया था। एसीबी सूत्रों ने स्पष्ट संकेत दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्यवाही अनवरत जारी रहेगी।।

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