आई जी ने ली एसपीस की बैठक , बोले बेसिक पुलिसिंग मजबूत करे, अधिकारी को जवाबदेही बनाए।

– *पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने बिलासपुर रेंज अंतर्गत जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षकों की ली बैठक।*

– *बैठक में जिले में लंबित अपराध, मर्ग जॉच, कानून-व्यवस्था, सड़क दुर्घटना तथा अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर की गई कार्यवाही की हुई समीक्षा।*

– *पुलिस कल्याण एवं अनुशासन से जुड़े विषयों की समीक्षा कर दिये गये निर्देशl*

– *विगत वर्ष के लंबित अपराधों के अधिकाधिक निराकरण हेतु दिये गये निर्देश।*

– *गंभीर अपराधों सहित गत वर्षों के लंबित अपराधों में समयावधि के भीतर कार्यवाही पूर्ण कर निराकरण किये जाने दिये निर्देशl*

– *जिले में प्रभावी गश्त-पेट्रोलिंग, आदतन पूर्व सिद्धदोष, निगरानी व गुण्डा-बदमाशों तथा संदिग्ध व्यक्तियों पर निगाह रखते हुए त्वरित वैधानिक कार्यवाही करने दिये निर्देश।*

– *बैठक में भारत सरकार, छ.ग.शासन एवं पुलिस मुख्यालय के महत्वपूर्ण पोर्टल का प्रभावी उपयोग थाना स्तर पर किये जाने दिये गये निर्देश।* 28.04.2025 को डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.), पुलिस महानिरीक्षक रेंज अंतर्गत जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षकों की अपराध समीक्षा बैठक ली गई, जिसमें जिले में लंबित अपराध, महिलाओं और बच्चों से संबधित अपराध, संपत्ति संबंधी अपराध, मर्ग, शिकायत, विभागीय जांच एवं लघु अधिनियम व प्रतिबंधात्मक कार्यवाही अंतर्गत की गई कार्यवाही तथा कानून-व्यवस्था और सड़क दुर्घटनाओं सहित जिले के कई महत्वपूर्ण विषयों की समीक्षा की गई तथा सभी विषयों पर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिये गये।

पुलिस महानिरीक्षक द्वारा इस बात पर विशेष बल दिया गया कि गंभीर किस्म के प्रकरणों में सतत विवेचना करते हुए यथाशीघ्र विधिसम्मत निराकरण किया जावे, प्रकरण लंबी अवधि तक विवेचना में लंबित न रहे। थानों में तैयार चालान अनावश्यक लंबित न रहे इसके लिए पुलिस अधीक्षकों को लंबित चालान की समीक्षा कर विधिसम्मत कार्यवाही के निर्देश दिये गये। महिलाओं और बच्चों से संबंधित मामलों में तत्काल संज्ञान लेकर त्वरित विधिसम्मत कार्यवाही किये जाने निर्देश दिये गये। मादक पदार्थां और सूखे नशे के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही के साथ-साथ उनकी बरामदगी के स्तर पर भी सुधार हेतु निर्देशित किया गया। आयुध अधिनियम के अंतर्गत अस्त्र-शस्त्रों की नियमित चेकिंग कर अवैध फायर आर्म्स पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने और संपत्ति संबंधी अपराध में बरामदगी का प्रतिशत बढ़ाये जाने हेतु निर्देशित किया गया।

पुलिस बल में अनुशासन बनाये रखने हेतु पुलिस अधीक्षकों को स्वतः पहल कर इस दिशा में सार्थक कार्यवाही करने निर्देशित किया गया। जिले में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लंबित पेंशन प्रकरणों का निराकरण, स्वत्वों के भुगतान हेतु विशेष पहल करने निर्देश दिये गये तथा अभियान चलाकर जिले में लंबित विभागीय जांच और शिकायतों का त्वरित निराकरण कराये जाने निर्देशित किया गया तथा विगत वर्ष के लंबित सभी प्रकरणों की समीक्षा की जाकर प्रकरण का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करने निर्देशित किया गया। माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय में लंबित जवाबदावा प्रकरणों में समय पर कार्यवाही करने निर्देश दिये गये।

पुलिस महानिरीक्षक द्वारा जिले में लंबित सभी गंभीर प्रकरणों के निराकरण की ओर विशेष ध्यान दिये जाने तथा लंबित ऐसे सभी प्रकरणों की नियमित समीक्षा कर समयबद्ध निराकरण किये जाने निर्देशित किया गया। अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी गश्त-पेट्रोलिंग, आदतन पूर्व सिद्धदोष, निगरानी व गुण्डा-बदमाशों तथा संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर सतत निगाह रखते हुए आवश्यक कार्यवाही कराये जाने निर्देशित किया गया। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने दुर्घटनाजन्य क्षेत्र में हुई दुर्घटनाओं का विस्तृत विश्लेषण कराया जाकर प्राप्त कारणों के आधार पर दुर्घटनाजन्य क्षेत्र में संबंधित विभागों से समन्वय कर कार्यवाही कराये जाने निर्देशित किया गया।

पुलिस महानिरीक्षक ने इस बात पर विशेष बल दिया कि जिलों में पदस्थ राजपत्रित पर्यवेक्षणकर्ता अधिकारियों को और अधिक जवाबदेह बनाया जावे। पर्यवेक्षकर्ता राजपत्रित अधिकारी अपने पर्यवेक्षणीय थाना के कार्यों की प्रतिदिन नियमित मॉनिटरिंग करें तथा अधीनस्थों को उचित दिशा-निर्देश व मार्गदर्शन करें, इसे सुनिश्चित कराये जाने हेतु पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया। जिलों में आधारभूत पुलिसिंग को मजबूत करने पर विशेष ज़ोर दिया गया।

बैठक में जोनल पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा श्रीमती दीपमाला कश्यप के द्वारा गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आतंकवादी गतिविधियों, आर्थिक अपराधों व इसी तरह की अन्य घटनाओं व अपराधों की जानकारी के लिये विकसित एकीकृत और सुरक्षित डेटाबेस के रूप में डिजाईन ‘नेटग्रिड प्रोजेक्ट’ (नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड) की उपयोगिता और अपराधों में इस डेटाबेस का प्रभावी उपयोग किस प्रकार किया जाए, इस संबंध में पावर पाईंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई।

समीक्षा बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर  रजनेश सिंह, पुलिस अधीक्षक मुंगेली  भोजराम पटेल, पुलिस अधीक्षक रायगढ़  दिव्यांग पटेल, पुलिस अधीक्षक कोरबा  सिद्धार्थ तिवारी, पुलिस अधीक्षक सारंगढ़-बिलाईगढ़  अंजनेय वार्ष्नेय, पुलिस अधीक्षक सक्ती सुश्री अंकिता शर्मा तथा जोनल पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा बिलासपुर श्रीमती दीपमाला कश्यप और रेंज कार्यालय में पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मधुलिका सिंह उपस्थित रहे।
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