बिलासपुर,घुटकूमे रेत का अवैध उत्खनन जोरो पर सुबह पांच बजे से मेला लग जाता है रेत चोरों को पुलिस और प्रशासन का भय नहीं है पिछली बार एसडीएम ने 70 ट्रैक्टर पकड़ा था लेकिन पंचायत के संरक्षण में रेत चोरों का हौसला बुलन्द है, रेत चोरों के करना कभी भी किसी भी तरह का हादसा हो सकता है , तेज रफ्तार रेत चोरों से दुर्घटना के साथ अपराध का भी खतरा है, सरेआम रेत चोर अपना काम कर रहे है कोई नेता इसकी शिकायत क्यों नहीं कर रहा , ईमानदार बनने वाले नेताओं को क्या अर पा के छलनी होने की पीड़ा नहीं है, स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौन है , इससे रेत चोरों को मौन सहमति का आभास होता है , तहुतदार बनने वाले जनप्रतिनिधि मौन क्यों, छोटी छोटी बात पर कलेक्टर को फोन लगाने वाले नेता रेत चोरों पर मेहरबान है, कहीं रेत मलाई का बंदरबाट में शामिल तो नहीं है , अर पा को छलनी होते ये नेता देख रहे है, जीवनदायनी अर पा को चीरने वाले रेत चोरों पर कोई नेता नहीं बोल रहा है, पहले रोज छाती पीटते थे अब वही रेत चोर से दोस्ती होने की बात लोग कर रहे है,जिला प्रशासन को एक बार फिर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, मामले में एफआईआर करनी चाहिए। रेत चोर धरती मा के अपराधी है इनको सजा मिलनी चाहिए, अवैध कमाई की बंदरबाट और ठाठ बाट बंद होनी चाहिए, काला काम करके सफेद कपड़ा पहनने वाले पर कार्रवाई की जरूरत है।