1. रेंज साइबर थाना, अम्बिकापुर सरगुजा ने वर्ष 2024 में पाई सभी प्रकरणों में सफलता।
2. प्रदेश में साइबर बानों के मामलों के निकाल में रहे अग्रणी
3. प्रदेश में सर्वाधिक आरोपियों के विरूद्ध की गई कार्यवाही।
4. प्रदेश में साइबर फॉड के पीड़ितों को राहत दिलाने में रहे अग्रणी।
5. के साथ विवेचना पूर्ण कर अभियोग पत्र प्रस्तुत किये गये।
6. शेष प्रकरणों में आरोपी चिन्हांकित किये गये।
7. रेंज के अन्य बहुचर्चित एवं गंभीर प्रकरणों को सुलझाने में भी रही महत्वपूर्ण 2
8. साइबर के कुल 16 प्रकरणों में 81 आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही कर प्रार्थियों को दिलाई गई रकम 1,33,80,481
साइबर चाना रेंज सरगुजा द्वारा रेंज के विभिन्न जिलों से प्राप्त प्रकरणों एवं सघर चाना में दर्ज प्रकरणों की लगातार सुक्षमता एवं तकनीकी रूप से विवेचना की जा रही थी। साइबर थाना द्वारा विभिन्न प्रकरणों का सुक्षमता एवं गहनता से विवेचना कर आरोपी चिनाांकित पुलिस महानिरीक्षक महोदा रेज सरगुजा द्वारा प्रकरणों की गंभीरता से लेते हुये स्वयं प्रकरणों का पर्यवेक्षण कर आवश्यक दिशानिर्देश दिये उनके निर्देश, रेल के संबंधित पुलिस अधीक्षक एवं साईबर भीडत अधिकारी के राज्यों में आरोपियों के पतासाजी हेतु अनुमति प्रदान किया गया। साइबर थाना की टीम के द्वारा देश के विभिन्न राज्यों बिहार, झारखंड, असम, पश्चिमबंगाल, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हिमांचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, तेलांगाना, केरल, महाराष्ट्र सहित 17 राज्यों में अलग-अलग समय में दबीस देकर 16 प्रकरणों में 81 आरोपियों की पतासाजी कर उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवारी गई जो कि एन० राज्य में साइबर थाना के मामलों में आरोपियों के विरुद्ध की गई सर्वाधिक कार्यवाही रही। 16 प्रकरणों में साइबर पीठ पीड़ितों की 1,33,80481 रुपये की रकम दिलाई गई जो प्रदेश में सबसे बड़ी है। साइबर थाना रेंज की टीम के द्वारा पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा द्वारा सौपें गये रेंज अन्य जिलों के गंभीर एवं बहुचर्मित प्रकरणों में भी त्वरित कार्यवाही करते हुये आरोपी चिन्हांकित, आरोपियों की पतासाजी एवं आरोपियों की गिरफ्तारी में साईबर थाना रेग सरगुजा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके अतिरिक्त साइबर रेंज थाना के द्वारा विभिन्न शिकायतों, सोशल मीडिया संबंधित प्रकरण व अन्य साइबर संबंधित प्रकरणों का भी त्वरित निराकरण प्रार्थियों को त्वरित राहत दिलाई गई। इसके अतिरिक्त
सायबर रेंज थाना में दर्ज अपराध में की गई कार्यवाही
01. अप क 23/01 प्रार्थिया को उगी के 11,74,030 में से 8,75,000 बायस कराया गया।
023 23/02 प्रार्थी को ठगी के 6,33.000 में से 6,33.000 (शत् प्रतिशत राशि) वापत कराया गया।
03. अप क्र. 01/24 प्रकरण में आरोपी को चिन्हांकित किया गया है। 04.30
24/02 प्रार्थी को 50.000 की राशि वापस कनाया गया है. सुनिश्चित की गई है।
05. अप के 24/03 प्रार्थिया को ठगी के 6,05,000 की राशि वापस अज्ञात आरोपियों को चिन्हांकित कर कार्यवाही सुनिश्चित की गई है।
06. Sí. 24/04 प्रार्थी को तगी के 16,40,036 में से 16,40,036 (शत् प्रतिशत राशि) वापस कराया जाकर मात्र तीन माह में चालान न्यायालय पेश।
दीगर थानों से विवेचना हेतु प्राप्त प्रकरणों में की गई कार्यवाही
07. Sí. 24/04 प्रार्थी को ठगी के 24,78,449 में से 22,00,000 रुपये
1. थाना सूरजपुर को अप क. 297/23 de 2010, 2010, 2010, 2010, 2010, 2010, 2010, 2010, 2010।
2. थाना गांधीनगर के अप क्र. 424/23 में अज्ञात आरोपियों को चिन्हांकित कर देश के अलग-अलग राज्यों में कई बार दबिश दिया गया आरोपियों के
विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुए प्रार्थी को अब तक 4,50.000 रूपये वापस दिलाया गया।
3. बाना सूरजपुर के अपराध के 291/23 अक्षांत हुए de 9,88,48०
थाना गांधीनगर के अपराध क्र. 466/23 प्रार्थी को 2,00.000 रूपये की राशि वापस कराई गई।
प्रकरण में आरोपी चिन्हांकित किया गया है।
6. थाना पत्थलगांव के अपराध क्र. 40/24 देश के कई राज्यों में रेड कार्यवाही करते 3,08,000 राशी बापस कराया गया।
7. थाना कोतवाली के अपराध क. 406/24, प्रकरण में आराधियों के विरुद्ध वैधानिक 12,00,000 रूपये की राशि प्रार्थिया को
वापस कराई गई। 8. थाना गांधीनगर के अपराध क्र. 401/24 प्रकरण में प्रार्थी को 6.20.000 राशि वापस कराया गया।
• थाना कोतवाली के अपराध क्र. 602/24 प्रकरण में मात्र दो माह के भीतर महाराष्ट्र के कई जिलों में रेड कार्यवाही करते हुए 17,27.000 रूपये वापस दिलाया जाकर बालान न्यायालय पेश
10. थाना लुण्ड्रा के अपराध क्र. 231/24. प्रकरण में डेढ़ माह के भीतर राजस्थान के कई राज्यों में छापेमारी की गई एवं प्रार्थिया को कुल 18,33,965
अपील
1. 2025 में साईबर रेंज थाना सभी से अपील करती है कि किसी भी अज्ञात मोबाईल कॉल पर कोई जानकारी साझा न करें।
2. अज्ञात वीडियो कॉल पर प्रतिक्रिया न दें।
3. अपने सोशल मिडिया की कुंजी किसी से शेयर न करें, उसका सावधानी से उपयोग करे ।
किसी भी अज्ञात लिंक / यू आर.एल./ स्केनर पर प्रतिक्रिया न दें।
1930 एवं नजदीकी पुलिस थाने व साईबर रेज थाना सरगुजा को सूचित करें।
शेयर ट्रेडिंग/इनामी / नौकरी व लोन के नाम से किसी भी राशि का भुगतान न करें।
साईबर थाना, रेंज सरगुजा का यह अभियान सतत् जारी रहेगा।
(कार्यवाही टीम निरीक्षक कलीम खान, उप निरी प्रसाद सिन्हा, स.उ.नि, प्रवीण राठौर, प्र. शशी भूषण, धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, अमित निकुंज, मिथिलेश पाठक, आरक्षक कुन्दन सिंह, अमरेन्द्र सिंह, प्रवीण सिंह, विवेक किन्ही, सुयश पैकरा, अन्गुल शर्मा, महिला आरक्षक सुषमा पैकरा)