बिलासपुर, बेचारी जनता वैसे जनता बेचारी ही होती नेता चुनती है कि उनको कम से कम मूलभूत सुविधा मिलेगी लेकिन ये सच नहीं है एयरपोर्ट के लिए सरकार अमीरों को सुविधा के लिए पांच करोड़ देती है एयरपोर्ट के लिए पांच करोड़ सरकार ने दिए लेकिन आम जनता जो वास्तव में सरकार को वोट देती है उसके लिए सरकार के पास पैसे नहीं है, आम लोगों की की। चिंता करने से शायद सरकार का छवि ख़राब होजाएगी, वीआई पी और अमीरों के इलाके में। धूल। मुक्त सड़क नाली पानी सब दुरुस्त लेकिन जनता आम जनता के लिए ये संभव नहीं है , उसको अधिकार नहीं है कि वो साफ़ सफाई में रहे , अच्छी सड़क में। चले नाली का पानी लक छीटा उन पर पड़ता रहे यही सरकारी मशीनरी की इच्छा है सीएम साय सीधे साधे है उनको पता ही नहीं चलता कि उनके अधिकारी जनता केलिए क्या कर रहे है जबकि एक सामान्य आदमी सीएम बना है तो उन्हें जनता का दर्द बेहतर समझना है, अशोक नगर में दिन रात तालाब की खुदाई चल रही है धूल से पूरा इलाका अपने आप को बीमार महसूस कर रहा है, बुजुर्ग , स्कूली बच्चे ठीक स्कूल नके सामने खुले में खुदाई हों रही है खुले ट्रांसपोर्ट हों रहा है लेकिन इससे आम लोगों को बचाने कोई प्रयास नगर निगम का नहीं हों रहा है, छोटे बच्चे तो बीमार ही है, धूल से पेट भर जा रहा है , इस सड़क पर कभी सफाई नहीं होती लेकिन निगम के अधिकारियों को जनता के टैक्स के पैसे से मोटी तनख्वाह पा रहे है उनको जनता की कोई चिंता नहीं है कोई जनप्रति निधि भी घर नहीं निकल रहा है सब चुप है , कम से कम जनप्रतिनिधियों को इस ओर देखना चाहिए अधिकारी तो 62साल रहेंगे ही उनका कुछ जाने वाला नहीं लेकिन जनप्रतिनिधि विचार करे, धूल के और सड़क में गढ्ढे के कारण लोग धीरे धीरे मौत के मुंह में जा रहे है,ये बेचारे एयरपोर्ट तक देखने नहीं जा सकते तो कम से कम सड़क हो अच्छी बना देना चाहिए। वीआईपी महंगी कार में ऐसी में घूमते है उनको जनता का दर्द कहा समझ आने वाला है। डबल इंजन की सरकार में सड़क , नाली तक नहीं मिल पा रही है लोग ऐसी चर्चा करते दिख रहे है।