बिलासपुर-एस.ई.सी.एल. आई.टी.आई. प्रशिक्षु प्रतिनिधि मण्डल ने सर्व आदिवासी समाज के युवा प्रभाग के सुभाष परते के नेतृत्व में राज्यपाल छत्तीसगढ़ अनुसूईया उईके को बिलासपुर आगमन पर ज्ञापन सौपा गया ज्ञापन के माध्यम से मामले की उच्चस्तरी जांच की मांग की गई है। और एसईसीएल के दोषी अधिकारियों पर कार्यवाई की मांग की गई है। एस.ई.सी. एल . में अप्रेन्टिस प्रशिक्षुओं से नियमित कर्मचारियों की भाँति कार्य कराया गया है एवं अन्य एस . ई.सी.एल. के क्षेत्रों में प्रशिक्षुओं से ट्रेड के अतिरिक्त अन्य कार्य भी कराया गया है । राज्यपाल से बिलासपुर में आई.टी.आई. प्रशिक्षुओं के द्वारा मिलने का एवं ज्ञापन सौपने का संदर्भ इस प्रकार है कि एस.ई.सी.एल प्रबंधन द्वारा एक वर्षीय प्रशिक्षण स्कील इंडिया के तहत आई.टी.आई. उत्तीर्ण छात्र एवं छात्राओं को अनुबंध के तहत भर्ती लिया गया , जिस पर प्रशिक्षण अधिनियम के तहत प्रशिक्षण का कार्य दिया जाना था लेकिन एस.ई.सी.एल. प्रबंधन द्वारा अपने कम्पनी के श्रम शक्ति की कमी की भरपाई हम छात्र / छात्राओं से करते हुए प्रशिक्षण के स्थान पर जनरल मजदूर केटेगरी 01 के तहत कार्य लिया गया जिसमें विशेष तौर पर यह उल्लेख करना चाहते हैं कि एस.ई.सी.एल. मुख्यालय के मानव संसाधन विकास विभाग में सुबह 10 बजे से लेकर रात्रि 11 बजे से अधिक समय तक कार्य कराया गया है , जो कि माइंस एक्ट के अनुसार 190 एवं 240 दिन पूर्ण करने वाले आई.टी.आई. प्रशिक्षुओं को मजदूर केटेगरी 01 का वेतन प्राप्त करने का अधिकार है एवं नियमित किये जाने का भी विधान है । उक्त ज्ञापन सौपने में ऋषि पटेल , दीक्षा राठौर , नीमा यादव , राधिका कश्यप , माया आदि आई.टी.आई. प्रशिक्षु मुख्य रूप से उपस्थित रहे