बिलासपुर- आपदा ऐसे अवसर बन जाएगी किसी ने सोचा नही था,मुनाफखोर साक्रिय है। एक समाज विशेष तो केवल मुनाफखोरी के लिए लॉक डाउन के समर्थन में रहता है।इनके खिलाफ कोई नेता बोलने को तैयार नही है।जबकि मुनाफखोरो के खिलाफ देश द्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए, भगवा रंग की सेवा करने वाली कई संस्था सुतुर्मुर्ग की तरह मुंडी गड़ाए हुए है। समाज सेवा का ढोंग करने वाला एक समाज मुनाफाखोरी में लगा है, हालांकि लुटेरों की कोई जात नही होती लेकिन एक समाज पर इसी के चलते आज तक विश्वास नही आया। प्रताप चौक का नीलकण्ठ होटल वाला दुगुने तिगुने दाम वासुल रहा है। इसको तुरत बंद कराने जरूरत है।ये होटल वाला कोरोना संक्रमण का वाहक बन गया है।इसको सील करना जरूरी होगा।वरना ऐसे लोगो के कारण जिला और पुलिस प्रशासन की सारी कोशिश धरी रह जायेगी। मेडिकल वाले 600 का पल्स मीटर 2 हजरमे बेच रहे है।मुंडी नीचे किये मेडिकल दुकानदार हाथ मे कसाई वाला गड़ासा लिए है,मीठा मीठा बोल कर आम आदमी दोस्त यार किसी को नही छोड़ रहे है ,पता नही इनके क्या संस्कार है। आज आतंकवाद और नक्सल वाद सेबड़े दुश्मन ये लोग हैं ,प्रशासन को ऐसे मेडिकल दुकान को सील किया जाना चाहिए।डॉक्टर मरीज के परिजनों से पीपी किट का पांच सौ वसूल रहे है।इसका क्या।सब सलवाजुड़ुम है।सुकालू दुकालू सब्जी वाले दुगुना रेट बेच रहे है जबकि सब्जी खराब हो रही है।

