बिलासपुर-12 साल बाद शुरू भाजपा के आजीवन सहयोग निधि देने से भाजपा के नेता पदाधिकारी कटरा रहे है 15 साल सत्ता की मलाई सपेटने वाले नेता पार्टी को सहयोग नही कर रहे है सत्ता थी तो आजीवन सहयोग निधि वसूल नही रहे थे ,सत्ता गई तो पार्टी के लिए खर्चे की जरूरत पड़ रही है जिल्रे के कुछ नेता खुद सहयोग निधि नही दे रहे है दुसरो से वसूली जरुर कर रहे है, निधि के डर से कार्यालय तक मे नही फटक रहे है , एक कार्यकर्ता ने बताया पाने के लिये दिल्ली तक दौड़ लगाने वाले भी आजीवन सहयोग निधि देने से कतरा रहे है एक कार्यकर्ता ने बताया कि आजीवन सहयोग निधि के लिये टार्च लेकर हिट चिंतक खोज रहे है ,एक कार्यकर्ता ने कहा कि सिलेंडर एक हजार से ऊपर हो गया है उसमें तो देहि रहे है वोभी तो आजीवन सहयोग निधि है फिर अलग आजीवन सहयोग निधि देने की क्या जरुरत है। एक कार्यकर्ता बोला भाई गैस के साथ पेट्रोल में भी आजीवन सहयोग निधिदेरहे है,जिल्रे के नींबू वाला कुर्ता पैजामा पहननेवाले खुद अभी तक आजीवन सहयोग निधि जमा नही किये एक कार्यकर्ता ने कहा कि सत्ता थी तो हमलोग को कुछ नही मिला जो कमाए हैं उनसे क्यो सहयोग निधि वसूलते, दरअसल बीजेपी व्यपारियो की पार्टी ऐसा लोगो का कहना है और व्यपारी जब मुनाफा कमाते रहता है तो सहयोग करता है अब कमाई नही हो रही हैतो सहयोग कन्हा से करेगा।